म्यांमार में भूख से मर रहे हैं बच्चे

19 मई 2008, यांगून। ब्रिटेन की एक संस्था ने कहा है कि म्यांमार में दो हफ्ते पहले आए समुद्री तूफान ‘नरगिस’ की वजह से वहां के इरावदी डेल्टा में बच्चे भुखमरी का शिकार हो रहे हैं।‘सेव द चिल्ड्रेन’ नाम की इस संस्था के मुताबिक तूफान आने से पहले ही उन्होंने इन इलाकों में पांच साल से कम उम्र के करीब तीन हजार कुपोषित बच्चों का पता लगाया था। म्यांमार की सैन्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सहायता के कई प्रस्ताव ठुकरा दिए हैं। कई सरकारों ने म्यांमार सरकार को तूफान की समझ रखने वाले विशेषज्ञों और अन्य साजो सामान भेजने की भी पेशकश की थी, लेकिन जुंटा शासन ने उसे भी ठुकरा दिया। संस्था का कहना है कि कुपोषण के शिकार हजारों बच्चे मौत के करीब पहुंच रहे हैं।उधर म्यांमार की सरकार ने भारत और थाईलैंड के डॉक्टरों को देश में आने की इजाजत दे दी है। अभी यह साफ नहीं है कि इन डॉक्टरों को कहां तैनात किया जाएगा। अमेरिकी राजनयिकों के मुताबिक म्यांमार में तूफान से मारे जाने वालों की संख्या एक लाख से ज्यादा हो सकती है।दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों ने राहतकार्यों पर चिंता जताते हुए कहा है कि सहायता लोगों तक समय पर नहीं पहुंच पा रही है।म्यांमार में लगभग 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से समुद्री तूफान ‘नरगिस’ आया था, जिसने इरावदी नदी के मुहाने से जुड़े इलाके में भारी तबाही मचाई थी। म्यांमार में अमेरिका के दूतावास की प्रमुख शारी विलारोसा का कहना है कि प्रभावित इलाकों मंह 95 प्रतिशत इमारतों को नुकसान पहुंचा है और स्थिति बेहद खराब है।

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