आईपीएल मैचों से दूर रहूँगा-शाहरुख

बॉलीवुड किंग और इंडियन प्रीमियर लीग की कोलकाता नाइटराइडर्स टीम के मालिक शाहरुख खान ने कहा है कि वे आईपीएल के बाकी मैचों से तब तक दूर रहेंगे, जब तक आचार संहिता को समझ नहीं लेते, जिसे मानने की उनसे अपेक्षा की जाती है। ईडन गार्डन्स में आईसीसी के भ्रष्टाचार रोधी अधिकारियों द्वारा प्लेयर्स बॉक्स में जाने से रोके जाने की घटना के संदर्भ में शाहरुख ने अपनी टीम के खिलाड़ियों को भेजे एसएमएस में कहा कि वे अब भी अचार संहिता को समझने का प्रयास कर रहे हैं।उन्होंने कहा जब मैं आचार संहिता समझ जाऊँगा तो फैसला करूँगा कि यह मुझे स्वीकार्य है या नहीं। तब तक मैं होटल, टीम बैठक आदि जगह पर आपके साथ रहूँगा, लेकिन मैच देखने के लिए नहीं आऊँगा।शाहरुख ने इस बात का खंडन किया कि उनके मैदान पर नहीं उतरने की वजह टीम का खराब प्रदर्शन है। ऐसा कभी भी मत सोचिए कि इसका हम से एक टीम के रूप में कोई सरोकार है। मैं नाइट राइडर्स के प्रति उतना ही समर्पित हूँ, जितना अपने बच्चों के प्रति। लेकिन मैं तब तक क्लास रूम में नहीं आऊँगा, जब तक हेड मास्टर के नियम मुझे समझ में नहीं आते। मैं थोड़ा व्यवस्था विरोधी किस्म का हूँ, लिहाजा मुझे इन सब चीजों के लिए माफ ही करें। किंग खान ने उन खबरों का भी खंडन किया कि उनके कप्तान सौरव गांगुली और कोच जान बुकानन के बीच में दरार है। उन्होंने कहा कि जब नतीजे किसी के पक्ष में नहीं जाते तो ऐसी बातें होना स्वाभाविक है। उन्होंने टीम के सभी सदस्यों को भेजे एसएमएस में कहा मेरे दादा और जॉन के मतभेदों की बात भूल जाइए। यह दुनिया में होता रहता है। जब आपके सितारे गर्दिश में होते हैं तो लोग आपको निशाना बनाते हैं।शाहरुख ने माना कि आईपीएल के इस सत्र में कोलकाता नाइट राइडर्स का अभियान खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा फिलहाल हम सभी आईपीएल की फ्लॉप पटकथा का हिस्सा बन गए हैं।बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स टीम के मालिक विजय माल्या और कप्तान राहुल द्रविड़ के बीच मतभेदों के परिप्रेक्ष्य में किसी ताजा विवाद में नहीं पड़ते हुए शाहरुख ने कहा इससे हम मजबूत बनेंगे। इससे बचने का एक ही रास्ता है जीत। उन्होंने अपनी टीम को दिए जज्बाती पैगाम में कहा अगले दो मैचों में कुछ कर के दिखा दो। हम विजेता के अंदाज में लौटें मायूस होकर नहीं। पूरी दुनिया को हम जता देंगे कि हममें कितना दम है।उन्होंने कहा हार की खूबसूरती यह है कि इससे लोग नजदीक आते हैं। हमें एक दूसरे के साथ बने रहना है। मैं इस तरह का मालिक नहीं हूँ कि हारने पर टीम से लड़ता फिरूँ। मैं हार को स्वीकार करने वालों में से हूँ दादा और जॉन की तरह।

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